तो सावधान होजाइए क्योंकि ये जे चीजे है ये वास्तु है
आपको इंसान से जानवर बना सकती है
और अगर आपको विश्वास नहीं होराहा है
तो मैं आज आपको जो बताने जा रही हूं उसे पूरा ध्यान से पढ़िए और फिर बताईये की क्या आप कलयुग के चंगुल में फस चुके हैं
या फिर नही देखिए वैसे तो सादी हो या देवी देवताओं का श्रृंगार इन सभी चीजों में जो है सोने का इस्तेमाल जरुर किया जाता हैं
लेकिन हमारी पुराणों में इक कथा का वर्णन भी मिलता है
जिसके अनुसार सोने में कली का वास होता है
और वो आपको कभी भी ख़त्म कर सकता है
यकीन मानिए तो कथा जो है वो इस प्रकार है
देखिए राजा परीक्षित कलयुग के प्रथम राजा हुआ करते थे और राजा परीक्षित अभिमन्यु और ऊत्रा के पुत्र थे ये मैं भी जानता हूं और आप भी
जब भगवान श्री कृष्ण इस धरा को छोड़ कर अपने लोक यानी गोलोक चले गए थे
तो यहां पर परीक्षित को राजा बनाया गया था
पहली बार उन्ही के राज में कलयुग प्रवेश किया था
अब एक तरफ जहां द्वापरयुग समाप्त हो रहा था
वहीं दूसरी तरफ कलयुग प्रवेश कर रहा था
अब ऐसे एक राजा परीक्षित जो है अपने राज्य का भ्रमण करने निकल जाते हैं द्रसल वो ये देखना चाहता थे कि मेरी प्रजा जो है किस तरह से रह रही है किस तरह से कैसे बात कर रही है क्या व्यवहार है क्या रहन सहन है और किस प्रकार वो एक दूसरे के साथ वक्त बिताते है
अब जब राजा अपने राज्य से निकाल कर कुछ दूर आगे जाते हैं तो उन्होने देखा की एक गाय और बछड़े को एक काला आदमी डंडे से बहुत बुरी तरीके से मर रहा था
गाय रो रही है और दूसरी तरफ जो उसका बछड़ा है वो भी रो रहा है
उस बछड़े के तीन पैर उस काले आदमी ने मार मार के तोड़ दिये है
एक पैर पर बछड़ा खड़ा है और अपनी मां की ओर देखकर रो रहा है बहुत जोर जोर से
अब ऐसा दृश्य देखकर आम इंसान भी घभरा जाएं
तो राजा परीक्षित से बिलकुल रहा नहीं गया
और उन्होने उस काले आदमी से कहा हे मूर्ख कौन है तू इस तरहा मेरी गाय को और मेरे बछड़े को क्यों मार रहा है
अभी तुझे मैं मौत के घाट उतरता हूं मैं इस राज्य का राजा हूं और इतना कहते ही राजा परीक्षित ने अपने मयान से तलवार निकाली और उस काले आदमी की तरफ बड़े
अब अपनी ओर ऐसा बलसाली राजा आता देख
वो आदमी राजा परीक्षित के चरणों में गिर पड़ता है और उनसे माफी मांगने लगता हैं
वो आदमी कहना लगा की महाराज मेरा नाम कलयुग है
राजा परीक्षित ने कहा तुमने गाय को और बछड़े को इतना क्यों मारा है
तो कलयुग बोला हे महाराज जहां गाय रहती है और उसका बछड़ा रहता है वहां कलयुग नही रह सकता
इसलिए सबसे पहले मैं अपने घर से निकल रहा हूं ताकि मैं अपना राज्य स्थापित कर सकू
आज भी आप देखेंगे के कलयुग के प्रभाव में आकर कलयुग गाय को घर से निकालने लगे है
आज आपको घर घर में कुत्ते तो मिलेंगे लेकिन गाय नही मिलेंगी
खैर
राजा परीक्षित ने कलयुग की यह क्रूर हरकत देखते ही उससे बोला कि मेरे नगर से तू निकल जा
लेकिन राजा परीक्षित की बात को काट कर ब्रह्मा जी के नियम की दुहाई देते हुए कलयुग ने कहा कि महाराज आपका शासन तो पूरी धरती पर है
तो ऐसे में मैं कहां जाऊं नियम के मुताबिक तो मुझे यहां रहना ही होगा आप मुझे रहने के लिए कुछ उचित स्थान दे दे जहां मैं रह सकू तो राजा परीक्षित ने कलयुग को 4 स्थान दे दिए
अब कलयुग कहां कहां रहता है चलिए हम आपको बताते है
कलयुग का जो पहला ठिकाना है वो है जुआ
जहां जुआ खेला जाता है वहां सर्वनाश होता है कौरवों ने भी जुआ खेला था और महाभारत से तो आप सभी वाकिफ है अगर कौरव जुआ न खेलते तो न ही द्रौपदी की लाज जाती और न महाभारत जैसा सर्वनाश होता
अब कलयुग का जो दूसरा स्थान है वो है चरित्रहीनता
जहां मनुष्य चरित्रहीन होगा चाहे वो स्त्री हो या पुरुष वहां पर कलयुग का वास होगा
और उस घर का सर्वनाश निश्चित ही होगा
तीसरा जो स्थान है वो है मदिरा यानी शराब का
जहां पुरुष शराब पीते है उस घर में दरिद्रता तो आती ही आती है साथ साथ कलयुग के प्रभाव से उस घर का भी सर्वनाश निश्चित ही होता है
कलयुग का जो चौथा ठिकाना है वो है अभक्ष पदार्थ यानी की अंडा या मांस
आप में से कितने लोग अंडा खाते है किसके कहने पर अंडा खाते है लोगो का मानना है कि हम अंडा ही तो खा रहे है इसमें क्या गलत है अब ये बताइए अंडा मुर्गी के गर्भ से आता है अगर उसको न छेड़ा जाए तो उसमे से कुछ दिन बाद बच्चा ही तो निकलेगा तो फिर अंडा कैसे खाना सही हो सकता है अगर आप अंडा खाते है तो आप मुर्गी के बच्चे को ही खाते है
मांस मछली अंडा कुछ भी खाने वाले के हांथ का पानी पी लेने मात्र से ही बुद्धि भ्रष्ट हाेती है
अब चाहे वो व्यक्ति ब्राह्मण हो क्षत्रीय हो वैश्य हो या सूद्र ही क्यों न हो लेकिन अगर उसके कर्म गिरे हुए है तो किसी भी वर्ण के हांथ से दिया गया भोजन आपका धर्म भ्रष्ट और बुद्धि भ्रष्ट कर सकता है
यदि आप धर्म से जातक गए है तो आप किसी भी वर्ण के हो आप का सर्वनाश संभव है
और अगर आप अपने धर्म से है तो आप सभी जानते है सबरी के बेर खाने स्वयं भगवान चल कर आए थे
इसलिए संत जन कभी ये नही देखते की आप किस जाति या वर्ण से है वह सिर्फ आपके कर्म देखते है
आपने यह shlok तो सुना ही होगा
धर्मो रक्षति रक्षितः
अर्थात जो धर्म की रक्षा करते है धर्म उनकी रक्षा करता है
आप किसी मृत प्राणी को जीवित नहीं कर सकते तो उन्हे मारने का अधिकार भी आपको नहीं है
जब राजा परीक्षित ने इन 4 जगह पर जब कलियुग को स्थान दे दिया तब कलयुग ने राजा से कहा की आपने इन चारो जगह पर स्थान तो दे दिया लेकिन इन चारो जगह पर तो सभी गंदे लोग जाते है अधर्मी लोग जाते है मुझे 5वि जगह पर स्थान चाहिए जो अच्छा माना जाता हो
इससे राजा ने उसे सोने पर रहने की अनुमति दे दी पर राजा परीक्षित ये भूल गए की मुकुट के रूप में उन्होंने भी सोना पहना हुआ है
और कलयुग जा कर सूक्ष्म रूप में उनके सिर पर बैठ गया
राजा परीक्षित ने जो मुकुट पहना था वो जरासंद से जीता गया मुकुट था
जब कलयुग राजा परीक्षित के मुकुट में वास कर गया तो राजा परीक्षित की बुद्धि भ्रष्ट कर गई
और जिसकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई तो उसका पतन तो निश्चित है
तो अब तो आप समझ गए होंगे की आपके घर में किन किन चीजों में कलयुग का वास है
इस लिए हमे इन पांचों चीजों पर विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए
आशा करती हूं की आपको ये जानकारी पसंद आई होगी अगर पसंद आई हो तो पोस्ट को लाइक करना शेयर करना
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